IPL के बाद रोहित शर्मा की अगुवाई में लौटेगी T20 मुंबई लीग: सूर्यकुमार, श्रेयस और दुबे को MCA का सख्त फरमान!
मुंबई क्रिकेट की नई सुबह
क्रिकेट के दीवाने देश भारत में हर कोने की अपनी एक क्रिकेट पहचान है, लेकिन अगर बात क्रिकेट की नर्सरी की करें तो मुंबई का नाम सबसे ऊपर आता है। यही मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) अब एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है – T20 मुंबई लीग की दोबारा वापसी के साथ। और इस बार ये वापसी सिर्फ रोमांच के लिए नहीं, बल्कि मिशन के साथ हो रही है।
IPL खत्म, अब T20 मुंबई लीग शुरू: MCA का प्लान तैयार
आईपीएल 2025 के समाप्त होते ही, ठीक 26 मई से 5 जून तक मुंबई में फिर से क्रिकेट का महात्यौहार सजने वाला है – टी20 मुंबई लीग। लेकिन इस बार नियम बदल गए हैं। MCA ने साफ कर दिया है कि अगर कोई भी मुंबई का खिलाड़ी भारत की सीनियर टीम में उस समय चयनित नहीं होता है या चोटिल नहीं है, तो उन्हें इस टूर्नामेंट में खेलना अनिवार्य होगा।
सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर और शिवम दुबे पर विशेष नजर
आईपीएल 2025 में शानदार प्रदर्शन कर रहे सूर्या, अय्यर और दुबे जैसे खिलाड़ी इस वक्त चर्चा में हैं। अब MCA के इस आदेश के बाद इनका एक और टेस्ट होने वाला है, इस बार घरेलू धरती पर, घरेलू दर्शकों के सामने। MCA की उम्मीद है कि इन खिलाड़ियों की मौजूदगी से न सिर्फ लीग को ग्लैमर मिलेगा, बल्कि मुंबई की युवा क्रिकेट प्रतिभाओं को भी सीखने का बेहतरीन मौका मिलेगा।
रोहित शर्मा – अब ‘लीग का चेहरा’
टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके रोहित शर्मा को MCA ने इस लीग का ब्रांड फेस बनाया है। यानी भले ही वह मैदान में बल्ला न घुमाएं, लेकिन लीग के हर पोस्टर, प्रमोशन और संदेश में सिर्फ एक ही चेहरा होगा – हिटमैन रोहित शर्मा का। इससे न सिर्फ दर्शकों का जुड़ाव बढ़ेगा, बल्कि मुंबई के क्रिकेट ब्रांड को भी नया मुकाम मिलेगा।
दो साल बाद वापसी, कोरोना से मिली थी विराम
T20 मुंबई लीग की शुरुआत 2018 में हुई थी और 2019 में इसका दूसरा सीज़न खेला गया। लेकिन फिर आई कोरोना महामारी और यह लोकप्रिय लीग ठप्प हो गई। अब दो साल बाद MCA ने इसे फिर से शुरू करने का फैसला लिया है। और इस बार इसके पीछे सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि उद्देश्य है – घरेलू क्रिकेट को नई दिशा देना।
2800 लोकल खिलाड़ियों ने कराया रजिस्ट्रेशन
MCA ने इस बार खिलाड़ियों की भागीदारी को लेकर जबरदस्त तैयारी की है। लगभग 2800 स्थानीय क्रिकेटर्स ने इस लीग के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। इससे साफ है कि युवा खिलाड़ियों में इस लीग को लेकर कितनी उत्सुकता है। इस तरह की प्रतियोगिता उनके करियर के लिए एक बड़ा प्लेटफॉर्म बन सकती है।
नीलामी मई में, खिलाड़ियों की कीमत तय होगी
इस लीग में खिलाड़ियों का चयन नीलामी (Auction) प्रक्रिया से होगा, जैसा कि आईपीएल में होता है। मई में नीलामी का आयोजन होगा, जिसमें खिलाड़ी अपनी बेस प्राइस पर उपलब्ध रहेंगे और फ्रेंचाइज़ी टीमें उन्हें खरीदेंगी। खास बात ये है कि भारतीय खिलाड़ियों को उनकी नीलामी राशि के अलावा MCA द्वारा 15 लाख रुपये अतिरिक्त भागीदारी शुल्क भी मिलेगा।
MCA की सख्ती: ‘ना’ कहने का विकल्प नहीं
MCA ने यह साफ कर दिया है कि अगर कोई भी भारतीय खिलाड़ी उस समय भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है, तो उसे लीग में खेलना ही होगा। यानी कोई बहाना नहीं चलेगा – न आईपीएल की थकावट, न निजी कारण। सिर्फ दो ही कारणों पर छूट दी जाएगी – भारतीय टीम के साथ व्यस्तता या मेडिकल इमरजेंसी।
शार्दुल ठाकुर, पृथ्वी शॉ, अजिंक्य रहाणे जैसे सीनियर और अनुभवी क्रिकेटर्स की मौजूदगी में खेलने का मौका मिलने से युवा खिलाड़ी काफी कुछ सीख सकेंगे। यह उन्हें आने वाले रणजी, दलीप और इंडियन टीम के ट्रायल्स के लिए मजबूत बनाएगा।
लीग का महत्व सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि टैलेंट हंट प्लेटफॉर्म
MCA ने यह फैसला सिर्फ एक टी20 टूर्नामेंट कराने के लिए नहीं लिया है, बल्कि उनका मकसद है मुंबई से भविष्य के विराट, रोहित और बुमराह को ढूंढना। और अगर यही खिलाड़ी उनके सामने होंगे, तो टैलेंट पहचानने में आसानी होगी।
यशस्वी जायसवाल और गोवा जाने की खबरें
दिलचस्प बात ये है कि हाल ही में टेस्ट बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल गोवा चले गए थे, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे शायद लीग से बाहर हो सकते हैं। हालांकि MCA ने साफ कर दिया है कि यह नियम सभी पंजीकृत मुंबई खिलाड़ियों पर लागू होता है।
रोहित शर्मा का नया अवतार: ब्रांड फेस से प्रेरक तक
हिटमैन रोहित अब उस स्टेज पर हैं जहां वो खुद खेल से ज्यादा युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। T20 मुंबई लीग में उनकी मौजूदगी खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाएगी और दर्शकों की रुचि भी।
T20 मुंबई लीग 2025 सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक आंदोलन है – घरेलू क्रिकेट को पुनर्जीवित करने का, युवा खिलाड़ियों को प्लेटफॉर्म देने का और मुंबई के क्रिकेट को फिर से चमकाने का। MCA का यह सख्त लेकिन दूरदर्शी फैसला साबित कर सकता है कि भारत में क्रिकेट सिर्फ आईपीएल नहीं, बल्कि ग्राउंड ज़ीरो से बनता है। अब देखना है कि सूर्या, श्रेयस, दुबे और रहाणे जैसे खिलाड़ी इस चुनौती को कैसे अपनाते हैं और क्या वाकई ये लीग मुंबई को अगला क्रिकेट सुपरस्टार दे पाती है या नहीं।


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