हमने पाकिस्तान के 214 सैन्य बंधकों को मार डाला', ट्रेन हाइजैक करने वाले बलूच विद्रोहियों का बड़ा दावा

 बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हाल ही में पाकिस्तान में एक यात्री ट्रेन का अपहरण किया, जिसमें उन्होंने 214 सैन्य कर्मियों को बंधक बनाकर मार डालने का दावा किया है। यह घटना बलूचिस्तान प्रांत के बोलन जिले में हुई, जहां जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को निशाना बनाया गया। 

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घटना का विवरण:

11 मार्च 2025 को, जाफर एक्सप्रेस ट्रेन क्वेटा से पेशावर की ओर जा रही थी, जिसमें लगभग 500 यात्री सवार थे। बलूच लिबरेशन आर्मी के लड़ाकों ने बोलन जिले के मश्काफ क्षेत्र में रेलवे ट्रैक को विस्फोट से उड़ा दिया, जिससे ट्रेन रुक गई। इसके बाद, उन्होंने ट्रेन पर हमला किया और यात्रियों को बंधक बना लिया। 

बीएलए ने दावा किया कि उन्होंने 214 सैन्य कर्मियों को बंधक बनाया है और चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं या उनके खिलाफ सैन्य कार्रवाई की गई, तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा। उन्होंने बलूच राजनीतिक कैदियों और प्रतिरोध कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग की थी। 

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पाकिस्तानी सेना की प्रतिक्रिया:

घटना के बाद, पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई की और इलाके को घेर लिया। सुरक्षा बलों और बीएलए लड़ाकों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जिसमें 33 विद्रोही मारे गए और 354 बंधकों को बचाया गया। हालांकि, इस ऑपरेशन में 31 लोगों की मौत हुई, जिनमें सैनिक, रेलवे कर्मचारी और नागरिक शामिल थे। 

बीएलए का दावा:

बीएलए ने दावा किया कि उन्होंने 214 सैन्य बंधकों को मार डाला है। हालांकि, उन्होंने इस दावे के समर्थन में कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया है। पाकिस्तानी सेना ने इस दावे को खारिज किया है और कहा है कि उन्होंने अधिकांश बंधकों को सुरक्षित बचा लिया है। 

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अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया:

इस घटना की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निंदा की गई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस हमले की कड़ी निंदा की और इसे आतंकवादी कृत्य करार दिया। पाकिस्तानी सेना ने इस हमले के लिए भारत और अफगानिस्तान पर विद्रोहियों का समर्थन करने का आरोप लगाया, जिसे दोनों देशों ने खारिज किया है। 

बलूचिस्तान प्रांत लंबे समय से विद्रोह और असंतोष का केंद्र रहा है। यह प्रांत खनिज संपदा से भरपूर है, लेकिन स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पाकिस्तान सरकार उनके संसाधनों का शोषण कर रही है और उन्हें विकास से वंचित रखा गया है। बीएलए जैसे विद्रोही समूह प्रांत की स्वतंत्रता या अधिक स्वायत्तता की मांग करते हैं और पिछले कुछ दशकों में उन्होंने कई हमलों को अंजाम दिया है। 

बलूच लिबरेशन आर्मी द्वारा ट्रेन अपहरण और 214 सैन्य बंधकों की हत्या का दावा पाकिस्तान में विद्रोह की गंभीरता को दर्शाता है। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने इस दावे को खारिज किया है और अधिकांश बंधकों को सुरक्षित बचाने का दावा किया है। यह घटना बलूचिस्तान में जारी असंतोष और हिंसा की एक और कड़ी है, जो अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए चिंता का विषय है।


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