विप्रो के शेयरों में जबरदस्त उछाल: अजीम प्रेमजी की कंपनी ने बनाया नया रिकॉर्ड

"विप्रो के शेयरों में जबरदस्त उछाल: कुछ ही मिनटों में 32 हजार करोड़ का इजाफा, निवेशकों की हुई बल्ले-बल्ले!"

देश के सबसे बड़े दानवीरों में से एक अजीम प्रेमजी की कंपनी विप्रो ने शेयर बाजार में जबरदस्त बढ़त दर्ज की है। इस उछाल की वजह से कंपनी के मार्केट कैप में महज कुछ ही मिनटों में 32 हजार करोड़ रुपए का इजाफा हो गया। यह उछाल कंपनी के तिमाही नतीजों के बाद देखने को मिला है, जिसने निवेशकों को जबरदस्त फायदा पहुंचाया है।

तिमाही नतीजों ने बढ़ाई शेयरों की चमक

बीते शुक्रवार को बाजार बंद होते समय विप्रो के शेयर 465.45 रुपए पर क्लोज हुए थे। लेकिन सोमवार को बाजार खुलते ही कंपनी के शेयर 511.95 रुपए पर खुले और तेजी पकड़ते हुए 526.45 रुपए के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गए। मौजूदा समय में यह शेयर करीब 7% की तेजी के साथ 497.50 रुपए पर कारोबार कर रहा है।

इस जबरदस्त उछाल की मुख्य वजह कंपनी के तिमाही नतीजे हैं। दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा लगभग 2700 करोड़ रुपए बढ़ा है। हालांकि, पिछले साल की समान अवधि की तुलना में मुनाफे में 12% की गिरावट आई थी, लेकिन सितंबर तिमाही के मुकाबले 48 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि विप्रो की ग्रोथ में स्थिरता बनी हुई है।

निवेशकों की बल्ले-बल्ले, कुछ ही मिनटों में 32 हजार करोड़ का फायदा

बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को विप्रो का मार्केट कैप 2,43,044.94 करोड़ रुपए था। लेकिन तिमाही नतीजों की घोषणा के बाद यह बढ़कर 2,74,897.43 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इस प्रकार, सिर्फ कुछ ही मिनटों में कंपनी के मार्केट कैप में लगभग 32 हजार करोड़ रुपए की वृद्धि हो गई।

शेयर बाजार में ऐसे उछाल विरले ही देखने को मिलते हैं, जब कोई कंपनी चंद मिनटों में इतनी बड़ी रकम जोड़ ले। निवेशकों के लिए यह शानदार मौका था, क्योंकि कई निवेशकों ने इस तेजी का भरपूर फायदा उठाया और अच्छा मुनाफा कमाया।

क्यों आई शेयरों में इतनी तेजी?

शानदार तिमाही नतीजे - कंपनी के मुनाफे में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।

  • आईटी सेक्टर में बढ़ती मांग - भारत का आईटी सेक्टर लगातार मजबूत हो रहा है, जिससे आईटी कंपनियों के शेयरों में स्थिरता देखने को मिल रही है।
  • अजीम प्रेमजी का प्रभाव - विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी की छवि एक सफल और भरोसेमंद उद्यमी की है, जिससे कंपनी में निवेशकों का भरोसा बना रहता है।
  • वैश्विक बाजारों का सकारात्मक असर - वैश्विक बाजारों में आईटी सेक्टर के शेयरों में भी तेजी देखी गई है, जिसका असर भारतीय आईटी कंपनियों पर भी पड़ा है।

अजीम प्रेमजी: देश के सबसे बड़े दानवीर

विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी न केवल एक सफल कारोबारी हैं, बल्कि वे भारत के सबसे बड़े दानवीरों में से एक भी हैं। वे हर साल लगभग 1800 करोड़ रुपए दान कर देते हैं। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, वे भारत के सबसे बड़े दानदाताओं में शामिल हैं। हालांकि, इस सूची में उनसे ऊपर एचसीएल टेक्नोलॉजीज के संस्थापक शिव नादर हैं, जो हर दिन 5.5 करोड़ रुपए से अधिक का दान करते हैं।

निवेशकों के लिए क्या है आगे की राह?

विप्रो के इस जबरदस्त उछाल के बाद निवेशकों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि क्या अभी भी इसमें निवेश करना सही रहेगा या नहीं। विशेषज्ञों का मानना है कि लंबी अवधि के लिए आईटी सेक्टर एक मजबूत विकल्प है। हालांकि, अल्पकालिक निवेशकों को थोड़ा सतर्क रहना चाहिए क्योंकि इतनी तेज़ी के बाद कुछ मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है।

विशेषज्ञों के अनुसार, यदि कोई निवेशक लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहता है तो विप्रो अभी भी एक आकर्षक विकल्प हो सकता है।

विप्रो के शेयरों में आई इस जबरदस्त तेजी ने निवेशकों को चौंका दिया है। तिमाही नतीजों के दम पर कंपनी ने महज कुछ ही मिनटों में 32 हजार करोड़ रुपए का इजाफा कर लिया है। इसके साथ ही, अजीम प्रेमजी की छवि एक भरोसेमंद उद्यमी और देश के सबसे बड़े दानवीर के रूप में और मजबूत हुई है। अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो आईटी सेक्टर आपके पोर्टफोलियो में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।






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