IPL के सबसे युवा डेब्यू खिलाड़ी: वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास, जानिए ऐसे 5 खिलाड़ियों की रोमांचक कहानियां
IPL के सबसे युवा डेब्यू खिलाड़ी: वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास
इंडियन प्रीमियर लीग यानी IPL सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि युवाओं के लिए एक सपने की तरह है। हर साल देश-विदेश के नए खिलाड़ी इस मंच पर अपनी किस्मत आजमाते हैं।
कुछ चमक जाते हैं तो कुछ खो जाते हैं क्रिकेट की भीड़ में। लेकिन इस बार, IPL 2025 में एक ऐसा नाम उभरा जिसने सबका ध्यान खींचा—वैभव सूर्यवंशी। महज 15 साल की उम्र में उन्होंने IPL में डेब्यू कर इतिहास रच दिया। आइए जानते हैं ऐसे ही 6 सबसे युवा खिलाड़ियों की कहानी, जिन्होंने कम उम्र में IPL में कदम रखा और अपनी एक अलग छाप छोड़ने की कोशिश की।
1. वैभव सूर्यवंशी: 15 साल की उम्र में IPL में डेब्यू कर रचा इतिहास
बिहार से आने वाले इस बाएं हाथ के बल्लेबाज़ वैभव सूर्यवंशी ने जब राजस्थान रॉयल्स के लिए IPL 2025 में डेब्यू किया, तो उन्होंने एक नया रिकॉर्ड बना डाला। वह IPL इतिहास के सबसे कम उम्र में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी बन गए—सिर्फ 15 साल और कुछ दिन की उम्र में।
संजू सैमसन की चोट के चलते उन्हें मौका मिला, लेकिन वो सिर्फ एक भराव खिलाड़ी नहीं दिखे। उन्होंने जिस आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाज़ी की, वह यह दिखाता है कि भारत के पास भविष्य का एक मजबूत स्तंभ तैयार हो रहा है।
वैभव ने महज़ 13 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ 58 गेंदों में शतक लगाकर पहली बार सबका ध्यान खींचा था। अंडर-19 एशिया कप 2024 में भी उन्होंने भारत को फाइनल तक पहुँचाया था। इतना ही नहीं, बिहार के रणधीर वर्मा टूर्नामेंट में उनके नाम 332 रन की ऐतिहासिक पारी* भी दर्ज है।
राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 1.1 करोड़ में खरीदा और ये दांव अब गेम चेंजर बनता दिख रहा है। उनके बैकफुट पंच और ऑफ साइड पर स्क्वायर कट देखकर फैंस ने उन्हें 'छोटा युवराज' कहना शुरू कर दिया है।
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2. प्रयास रे बर्मन: सबसे कम उम्र में IPL खेलने वाले गेंदबाज का खोया सपना
जब प्रयास रे बर्मन ने 2019 में RCB के लिए डेब्यू किया, तो वह महज़ 16 साल और 157 दिन के थे। बंगाल के इस लेग स्पिनर को INR 1.5 करोड़ में खरीदा गया था। लेकिन IPL डेब्यू उनके लिए किसी सपने से कम नहीं था—हालांकि उस दिन की हकीकत थोड़ी सख्त थी।
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ उन्होंने 4 ओवर में 56 रन लुटाए। विपक्ष में थे डेविड वॉर्नर और जॉनी बेयरस्टो जैसे ताबड़तोड़ खिलाड़ी। दुर्भाग्यवश, यही मैच उनका पहला और आखिरी IPL मैच बन गया।
इसके बाद प्रयास का करियर धीमा पड़ गया। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में कुछ मुकाबले खेले लेकिन IPL जैसी चमक फिर कभी नसीब नहीं हुई। आज भी वह युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं—कि टैलेंट ज़रूरी है, लेकिन IPL में टिके रहने के लिए मानसिक मजबूती और अनुभव भी अहम होता है।
3. मुजीब उर रहमान: अफगानिस्तान का रहस्यमयी स्पिनर जिसने सबको चौंकाया
2018 में जब मुजीब उर रहमान ने किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) के लिए IPL डेब्यू किया, तो वह सिर्फ 17 साल और 11 दिन के थे। अफगानिस्तान के इस युवा स्पिनर ने अपने पहले ही ओवर में कोलिन मुनरो को LBW आउट कर सनसनी फैला दी थी।
उनकी गेंदबाज़ी में एक रहस्य था—न कोई क्लासिक एक्शन, न कोई भारी रन-अप, लेकिन फिर भी बल्लेबाज़ चकरा जाते थे। IPL 2018 में उन्होंने पूरे सीजन में 14 विकेट लिए और एक पहचान बनाई।
2025 में वह मुंबई इंडियंस का हिस्सा हैं और फिर से एक मौका मिला है खुद को साबित करने का। अफगानिस्तान के खिलाड़ियों में जो जज़्बा है, मुजीब उसकी मिसाल हैं। उन्होंने दिखाया कि जज़्बा उम्र नहीं देखता।
4. रियान पराग: असम से IPL तक का सफर, हर साल खुद को साबित करने वाला खिलाड़ी
असम जैसे छोटे राज्य से आने वाले रियान पराग ने 2019 में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ डेब्यू किया था, जब उनकी उम्र थी 17 साल 152 दिन। उस सीजन का वो मैच यादगार बन गया क्योंकि अंतिम गेंद पर मिचेल सैंटनर ने छक्का मारा था और महेंद्र सिंह धोनी अंपायरों से उलझ पड़े थे।
पराग ने डेब्यू के कुछ ही मैचों बाद एक अर्धशतक जड़कर सबका दिल जीत लिया और IPL इतिहास में सबसे कम उम्र में अर्धशतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए।
2025 में वह राजस्थान रॉयल्स के उप-कप्तान हैं। उनका ग्रोथ ग्राफ यह दिखाता है कि निरंतरता और मेहनत एक खिलाड़ी को कहां ले जा सकती है। वह स्पिन भी डालते हैं, फील्डिंग में भी बेहतरीन हैं और मिडिल ऑर्डर को मजबूती भी देते हैं।
5. सरफराज खान: कम उम्र में छा जाने वाले बल्लेबाज का गुमनाम सफर
मुंबई के सरफराज खान ने RCB के लिए 2015 में डेब्यू किया था। उम्र थी 17 साल 182 दिन। उन्होंने अपने पहले सीजन में कुछ तेज़ तर्रार पारियां खेलीं और एक समय पर RCB ने उन्हें रिटेन भी किया।
लेकिन IPL में सफलता हमेशा स्थाई नहीं होती। 2018 में उन्हें रिलीज़ कर दिया गया। घरेलू क्रिकेट में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया, खासकर रेड-बॉल क्रिकेट में, लेकिन IPL की चमक उन तक दोबारा नहीं पहुंच सकी।
2025 तक आते-आते, जब वह अपने करियर के पीक पर हैं, तब भी IPL की किसी टीम ने उन्हें खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। यह इस खेल की सच्चाई है—जहां टैलेंट ज़रूरी है, लेकिन समय, जगह और मौका मिलना उससे भी ज़्यादा अहम है।
IPL युवाओं के लिए सपना है, लेकिन हकीकत थोड़ी कड़वी भी
IPL एक ऐसा मंच है जो एक झटके में खिलाड़ी को स्टार बना सकता है, लेकिन उतनी ही जल्दी भुला भी सकता है। वैभव सूर्यवंशी जैसे खिलाड़ी आज उम्मीद की नई किरण हैं। लेकिन उनके पहले प्रयास रे बर्मन और सरफराज खान जैसे खिलाड़ी भी थे, जिनकी चमक एक सीजन से ज़्यादा नहीं टिक पाई।
इनकी कहानियां हमें ये सिखाती हैं कि IPL एक मौका है, मंज़िल नहीं। और अगर कोई उस मौके को दोनों हाथों से पकड़ सके, तो वो सिर्फ क्रिकेटर नहीं, प्रेरणा बन जाता है।

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