मुस्लिम देश में 26,000 शादीशुदा महिलाओं पर टूटा कहर, रातोंरात छिन गई नागरिकता, अकाउंट भी फ्रीज़

कुवैत में हाल ही में जो घटनाएँ घटी हैं, उन्होंने हजारों महिलाओं और उनके परिवारों के जीवन को एक झटके में बदल दिया है। सरकार द्वारा नागरिकता की समीक्षा के नाम पर 42,000 से अधिक लोगों की नागरिकता रद्द कर दी गई है, जिनमें से अधिकांश विदेशी महिलाएं हैं जो कुवैती पुरुषों से विवाहित थीं। 

नागरिकता कानून में बदलाव और उसका प्रभाव

कुवैत के 1959 के राष्ट्रीयता कानून के अनुच्छेद 8 के तहत, विदेशी महिलाओं को कुवैती पुरुषों से विवाह के बाद नागरिकता प्राप्त करने का अधिकार था। हालांकि, दिसंबर 2024 में सरकार ने इस अनुच्छेद को निरस्त कर दिया और इसके स्थान पर एक नया नियम लागू किया, जिसके तहत विदेशी पत्नियों को नागरिकता के लिए आवेदन करने से पहले कम से कम 15 वर्षों तक कुवैत में निवास करना अनिवार्य कर दिया गया। इस बदलाव के परिणामस्वरूप, हजारों महिलाओं की नागरिकता रद्द कर दी गई, भले ही उन्होंने पहले के नियमों के तहत वैध रूप से नागरिकता प्राप्त की हो। 

महिलाओं पर विशेष प्रभाव

इन बदलावों का सबसे अधिक प्रभाव उन महिलाओं पर पड़ा है जो कुवैती पुरुषों से विवाहित थीं और जिन्होंने अपनी मूल नागरिकता छोड़कर कुवैती नागरिकता प्राप्त की थी। अब, नागरिकता रद्द होने के बाद, वे न तो अपने मूल देश की नागरिक हैं और न ही कुवैत की, जिससे वे "बिदून" (stateless) की श्रेणी में आ गई हैं। इस स्थिति में, उन्हें सरकारी सेवाओं, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और रोजगार जैसे बुनियादी अधिकारों से वंचित कर दिया गया है। 

बैंक खातों और वित्तीय सेवाओं पर प्रतिबंध

नागरिकता रद्द होने के तुरंत बाद, प्रभावित महिलाओं के बैंक खाते फ्रीज़ कर दिए गए, जिससे वे अपनी जमा पूंजी तक पहुंच नहीं पा रही हैं। इसके अलावा, उन्हें सरकारी पेंशन और सामाजिक सुरक्षा लाभों से भी वंचित कर दिया गया है। कई महिलाओं को उनके व्यवसायों से भी हटा दिया गया है, और उनकी संपत्तियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। 

मानवाधिकार संगठनों की प्रतिक्रिया

कुवैत सरकार के इस कदम की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी आलोचना हो रही है। मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि नागरिकता रद्द करने की यह प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है और इसमें प्रभावित व्यक्तियों को अपनी बात रखने का कोई अवसर नहीं दिया गया। इसके अलावा, यह कदम अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का उल्लंघन करता है, जो किसी व्यक्ति को मनमाने ढंग से नागरिकता से वंचित करने से रोकते हैं। 

सरकार की प्रतिक्रिया और सहायता

कुवैत सरकार ने प्रभावित महिलाओं के लिए कुछ सहायता उपायों की घोषणा की है, जैसे कि उन्हें सीमित अवधि के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना। हालांकि, ये उपाय स्थायी समाधान नहीं हैं और प्रभावित महिलाओं की समस्याओं का पूर्ण समाधान नहीं करते। 

कुवैत में नागरिकता रद्द करने की यह प्रक्रिया न केवल कानूनी और नैतिक दृष्टिकोण से विवादास्पद है, बल्कि इससे हजारों महिलाओं और उनके परिवारों का जीवन भी प्रभावित हुआ है। यह आवश्यक है कि सरकार इस प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए, प्रभावित व्यक्तियों को अपनी बात रखने का अवसर दे, और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार मानकों का पालन करे। 

दुनिया के 10 सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देश, भारत का नंबर चौंकाने वाला

दुनिया की कुल आबादी 800 करोड़ के पार जा चुकी है और इनमें से मुस्लिम समुदाय की संख्या भी अब 200 करोड़ से अधिक हो चुकी है। इस्लाम धर्म न केवल जनसंख्या के मामले में, बल्कि अपने सांस्कृतिक प्रभाव और वैश्विक उपस्थिति के लिहाज से भी आज सबसे मजबूत धर्मों में से एक बन चुका है।
दुनिया के टॉप 10 मुस्लिम आबादी वाले देश 2025

आइए जानें दुनिया के टॉप 10 देश जहां मुस्लिम आबादी सबसे अधिक है — कुछ नाम तो स्वाभाविक हैं, लेकिन कुछ देश चौंकाते हैं।

1. इंडोनेशिया – दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश

  • मुस्लिम आबादी: लगभग 24 करोड़+
  • प्रतिशत: 88.25%

मुख्य विशेषता: इंडोनेशिया एक ऐसा देश है जहां इस्लाम व्यापार के ज़रिए पहुंचा, न कि युद्ध या हमलों के ज़रिए। समय के साथ इस्लाम यहां की मुख्य सांस्कृतिक पहचान बन गया। जावा और सुमात्रा जैसे क्षेत्रों में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय निवास करता है।

रोचक तथ्य: इंडोनेशिया का संविधान सेक्युलर है, लेकिन यहां सबसे अधिक मुस्लिम त्योहार मनाए जाते हैं।

2. पाकिस्तान – इस्लामी गणराज्य की पहचान

  • मुस्लिम आबादी: 24 करोड़+
  • प्रतिशत: 96%

मुख्य विशेषता: पाकिस्तान इस्लामिक रिपब्लिक है और यहां का संविधान इस्लाम को राज्य धर्म मानता है। यहां सुन्नी और शिया दोनों समुदाय हैं, लेकिन सुन्नी बहुलता में हैं।

रोचक तथ्य:यहां की राजनीति, कानून और शिक्षा व्यवस्था में इस्लाम का गहरा प्रभाव है।

3. भारत – सबसे बड़ा धर्मनिरपेक्ष देश, तीसरे नंबर की मुस्लिम आबादी

  • मुस्लिम आबादी: लगभग 20 करोड़
  • प्रतिशत: लगभग 14%

मुख्य विशेषता: भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और यहां मुस्लिम समुदाय एक विविध और समृद्ध संस्कृति का हिस्सा हैं। ये शिक्षा, राजनीति, फिल्म, खेल और कारोबार में बराबर की भूमिका निभाते हैं।

रोचक तथ्य: भारत में सबसे ज्यादा मुस्लिम जनसंख्या उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार में है।

4. बांग्लादेश – मुस्लिम परंपराओं से समृद्ध राष्ट्र

  • मुस्लिम आबादी: 15 करोड़+
  • प्रतिशत: 91%

मुख्य विशेषता: यहां इस्लाम न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी लोगों के जीवन में रचा-बसा है। बांग्लादेश की मस्जिदें, कव्वाली और इस्लामी कला प्रसिद्ध हैं।

रोचक तथ्य: बांग्लादेश की राजधानी ढाका को "मस्जिदों का शहर" भी कहा जाता है।

5. नाइजीरिया – अफ्रीका का इस्लामी चेहरा

  • मुस्लिम आबादी: 9 करोड़+
  • प्रतिशत: 48.5%

मुख्य विशेषता: नाइजीरिया में धर्म के आधार पर भौगोलिक विभाजन देखा जा सकता है—उत्तर और पश्चिम में मुस्लिम बहुलता है जबकि दक्षिण में ईसाई समुदाय।

रोचक तथ्य: यहां की कुछ कट्टरपंथी ताकतें मुस्लिम छवि को प्रभावित करती हैं, लेकिन अधिकांश मुस्लिम शांतिपूर्ण जीवन जीते हैं।

6. मिस्र – इस्लामी शिक्षा और इतिहास का केंद्र

  • मुस्लिम आबादी: 9 करोड़
  • प्रतिशत: 94.74%

मुख्य विशेषता: मिस्र में इस्लाम केवल धर्म नहीं, बल्कि संस्कृति का आधार है। यहां की अल-अजहर यूनिवर्सिटी पूरे विश्व में इस्लामी अध्ययन के लिए प्रसिद्ध है।

रोचक तथ्य: यहां के धार्मिक कानून शरीया के अनुसार चलते हैं, खासकर पारिवारिक मामलों में।

7. तुर्किए – खलीफा की विरासत वाला देश

  • मुस्लिम आबादी: 8.4 करोड़+
  • प्रतिशत: 98.14%

मुख्य विशेषता: तुर्किए का इतिहास इस्लामी साम्राज्य और खलीफा शासन से जुड़ा हुआ है। आधुनिक तुर्किए हालांकि धर्मनिरपेक्ष है, लेकिन धार्मिक पहचान आज भी मजबूत है।

रोचक तथ्य: तुर्किए के राष्ट्रपति अक्सर इस्लामिक मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मुखर रहते हैं।

8. ईरान – शिया इस्लाम का गढ़

  • मुस्लिम आबादी: 8.25 करोड़+
  • प्रतिशत: 99%

मुख्य विशेषता: ईरान दुनिया का सबसे बड़ा शिया बहुल देश है। यहां की इस्लामी क्रांति और राजनीतिक ढांचा पूरी तरह धार्मिक विचारधारा पर आधारित है।

रोचक तथ्य: ईरान में रमज़ान, मुहर्रम और अन्य शिया पर्व बेहद श्रद्धा से मनाए जाते हैं।

9. चीन – अल्पसंख्यक होते हुए भी बड़ी मुस्लिम आबादी

  • मुस्लिम आबादी: 5 करोड़
  • प्रतिशत: 3.6%

मुख्य विशेषता: चीन में उइगर मुस्लिम समुदाय सबसे प्रमुख है, जो शिंजियांग क्षेत्र में रहते हैं। हालांकि यहां धार्मिक स्वतंत्रता पर कई तरह के प्रतिबंध हैं।

चौंकाने वाली बात: यहां कुरान पढ़ने, नमाज पढ़ने और धार्मिक पहचान दिखाने पर रोक लगाई जाती है।

10. अल्जीरिया – उत्तर अफ्रीका का शांत इस्लामी देश

  • मुस्लिम आबादी: 4.37 करोड़
  • प्रतिशत: 99%

मुख्य विशेषता: अल्जीरिया में इस्लाम एक जीवंत जीवनशैली है। यहां के लोग धार्मिक रीति-रिवाजों और इस्लामी वास्तुकला से गहराई से जुड़े हैं।

रोचक तथ्य: यहां की हर सरकारी नीति में इस्लामी परिप्रेक्ष्य झलकता है।इस्लाम अब केवल मध्य-पूर्व का धर्म नहीं रह गया है। यह दुनिया के कोने-कोने में फैला हुआ है—चाहे वो एशिया हो, अफ्रीका हो, या यूरोप और अमेरिका।

2050 तक मुस्लिम आबादी के सबसे तेजी से बढ़ने की उम्मीद है, और हो सकता है कि इस्लाम दुनिया का सबसे बड़ा धर्म बन जाए।

भारत की भूमिका भी इस दिशा में बेहद महत्वपूर्ण है—यहां की मुस्लिम आबादी न केवल बड़ी है, बल्कि विविधता, सहिष्णुता और लोकतांत्रिक मूल्यों का अनोखा उदाहरण भी पेश करती है।

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