लाहौर के अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर लगी भीषण आग: सेना के विमान के टायर में आग से मचा हड़कंप

"लाहौर एयरपोर्ट पर भीषण आग! जानिए पूरी घटना",

शनिवार का दिन पाकिस्तान के लाहौर शहर के लिए एक भयावह सुबह लेकर आया, जब अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर अचानक भीषण आग लग गई। इस अप्रत्याशित हादसे ने पूरे हवाईअड्डे की गतिविधियों को ठप कर दिया और यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह आग एक पाकिस्तानी सेना के विमान के टायर में आग लगने के कारण फैली। घटना के तुरंत बाद फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू कर दी गई

अल्लामा इकबाल एयरपोर्ट पर आग 2025
लाहौर एयरपोर्ट पर भीषण आग

इस आर्टिकल में हम आपको इस घटना की पूरी जानकारी, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो का हाल, और इससे पहले भी हुए ऐसे हादसों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

घटना कैसे घटी: सेना के विमान से शुरू हुई आग

सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना का एक विमान लाहौर के अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर लैंड कर रहा था। उसी दौरान विमान के एक टायर में अचानक आग लग गई। टायर में लगी आग ने तेजी से विकराल रूप धारण कर लिया, और धुएं का विशाल गुबार आसमान में फैलने लगा।

आग की गंभीरता को देखते हुए तत्काल सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया और रनवे को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया। हालांकि राहत की बात यह रही कि इस हादसे में अभी तक किसी के घायल होने या जानमाल के भारी नुकसान की कोई सूचना नहीं है।

अधिकारियों ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं और एक घंटे के भीतर आग पर नियंत्रण पा लिया गया। लेकिन इस बीच यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ हादसे का वीडियो

जैसे ही आग की खबर बाहर आई, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इसका वीडियो तेजी से वायरल होने लगा।

32 सेकंड के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे हवाईअड्डे पर मौजूद लोग घबराए हुए हैं। काले धुएं का घना गुबार पूरे एयरपोर्ट परिसर में फैल गया था। यात्रियों के चेहरों पर डर और बेचैनी साफ नजर आ रही थी। कुछ यात्री आपस में बात करते दिखे, तो कुछ धुएं से बचने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए।

यह वीडियो पाकिस्तान में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी चर्चा का विषय बन गया। कई लोगों ने पाकिस्तान के हवाईअड्डों की अव्यवस्था और सुरक्षा मानकों की गंभीर आलोचना की है।

पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे

यह पहली बार नहीं है जब अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आगजनी की घटना सामने आई है। इससे पहले 9 मई 2024 को भी इसी एयरपोर्ट पर आग लगने की खबर आई थी। उस समय इमीग्रेशन काउंटर के छत में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी, जिससे पूरा इमीग्रेशन सिस्टम बाधित हो गया था।

इन दो प्रमुख घटनाओं ने पाकिस्तान के हवाईअड्डा प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बार-बार हो रही ऐसी घटनाएं देश के हवाई अड्डों की खस्ताहाल बुनियादी ढांचे और सुरक्षा के प्रति लापरवाही को उजागर करती हैं।

यात्रियों की परेशानी और प्रबंधन की विफलता

इस घटना के कारण न केवल उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, बल्कि हजारों यात्रियों को घंटों हवाईअड्डे पर फंसे रहना पड़ा। कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें या तो विलंबित हो गईं या फिर उन्हें दूसरे हवाईअड्डों पर डायवर्ट कर दिया गया।

यात्रियों ने बताया कि:

  • आग लगने के बाद एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया था।
  • कोई स्पष्ट सूचना नहीं दी जा रही थी कि कब तक उड़ानें बहाल होंगी।
  • इमरजेंसी प्रबंधन के इंतजाम नाकाफी साबित हुए।
  • एक यात्री के अनुसार, "हमें बस इंतजार करने के लिए कहा गया, न कोई पानी मिला, न कोई जानकारी। हमें अपनी फ्लाइट का स्टेटस जानने के लिए अलग-अलग काउंटरों पर भागना पड़ा।"

सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

इस हादसे ने एक बार फिर पाकिस्तान के हवाईअड्डों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है।

आइए नजर डालते हैं कुछ प्रमुख समस्याओं पर:

  • पुराने उपकरण: अग्निशमन उपकरण पुराने और कई बार खराब हालत में होते हैं।
  • कम प्रशिक्षण: इमरजेंसी स्टाफ को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण नहीं दिया गया है।
  • बुनियादी ढांचे की खस्ता हालत: रनवे, टर्मिनल बिल्डिंग और इमीग्रेशन सेक्शन जैसे अहम क्षेत्रों में बुनियादी सुधार की जरूरत है।
  • सुरक्षा नियमों की अनदेखी: सुरक्षा प्रक्रियाओं को अक्सर नजरअंदाज किया जाता है।

आगे का रास्ता: क्या सुधार संभव है?

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर पाकिस्तान को अपने हवाईअड्डों को विश्वस्तरीय बनाना है तो उसे निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:

  1.  आधुनिक फायरफाइटिंग सिस्टम लगाना।
  2. हवाईअड्डा कर्मचारियों को नियमित आपातकालीन प्रशिक्षण देना।
  3.  बुनियादी ढांचे के नवीनीकरण के लिए बड़ी परियोजनाएँ शुरू करना।
  4. सख्त सुरक्षा नियम लागू करना और उनके उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई करना।
  5. इंटरनेशनल ऑडिट के जरिए नियमित रूप से निरीक्षण कराना।

यदि इन सुधारों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो भविष्य में और भी भयावह हादसे होने की आशंका बनी रहेगी।


लाहौर के अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हुई भीषण आग की घटना एक चेतावनी है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। चाहे वह सेना के विमान का हादसा हो या पहले हुए शॉर्ट सर्किट की घटना — दोनों ने पाकिस्तान के हवाईअड्डा प्रबंधन की कमियों को उजागर कर दिया है।

जरूरत है कि सरकार और संबंधित एजेंसियाँ मिलकर न केवल मौजूदा ढांचे को सुधारें, बल्कि आपदा प्रबंधन और सुरक्षा उपायों को भी मजबूत करें, ताकि भविष्य में ऐसे किसी हादसे से बचा जा सके और यात्रियों का भरोसा फिर से बहाल हो सके।

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