जिम में हो रही ये परेशानियां? हो जाइए सतर्क, हार्ट अटैक के संकेत को न करें नजरअंदाज

आज के दौर में फिट रहना सिर्फ ट्रेंड नहीं, जरूरत बन गया है। युवा हो या बुजुर्ग, हर कोई जिम जाकर पसीना बहाकर खुद को फिट रखना चाहता है। 

जिम में हार्ट अटैक के लक्षण

लेकिन क्या आप जानते हैं? जिम में कसरत करते वक्त कुछ ऐसी छोटी-छोटी समस्याएं होती हैं, जिन्हें हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, और यही लापरवाही कभी-कभी दिल के दौरे (Heart Attack) जैसी जानलेवा स्थिति का कारण बन सकती है।

पिछले कुछ सालों में कई बड़े सेलिब्रिटीज और आम लोगों की जिम में वर्कआउट के दौरान हार्ट अटैक से मौत की घटनाएं सामने आई हैं। इसीलिए जरूरी है कि हम अपने शरीर के हर छोटे-छोटे संकेत को समझें और सही वक्त पर जरूरी कदम उठाएं।

आइए जानते हैं वो 5 मुख्य लक्षण, जो जिम में दिखें तो तुरंत सतर्क हो जाना चाहिए—

1. वर्कआउट के दौरान सीने में भारीपन या हल्का दर्द

जब आप वर्कआउट कर रहे होते हैं और अचानक सीने में दबाव, भारीपन या जलन जैसा महसूस होता है, तो इसे सिर्फ ‘थकान’ कहकर नजरअंदाज न करें।

ये क्यों खतरनाक है?

यह हार्ट मसल में ऑक्सीजन की कमी का संकेत हो सकता है, जो हार्ट अटैक की ओर बढ़ रहा होता है।

क्या करें?

  • तुरंत एक्सरसाइज रोकें
  • सीधे बैठकर लंबी गहरी सांसें लें
  • ट्रेनर या जिम मैनेजर को सूचित करें

2. सामान्य से ज्यादा सांस फूलना

जिम में हल्की एक्सरसाइज के बाद भी अगर आपकी सांसें जरूरत से ज्यादा तेज चलने लगें, तो ये दिल की कमजोरी का लक्षण हो सकता है।

ये क्यों होता है?

दिल अगर सही तरीके से खून पंप नहीं कर रहा, तो फेफड़ों तक ऑक्सीजन सही मात्रा में नहीं पहुंचती, जिससे सांस फूलने लगती है।

क्या करें?

  • रुककर आराम करें
  • अगर सांस सामान्य न हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें

3. वर्कआउट करते समय चक्कर आना या कमजोरी महसूस होना

कभी-कभी हल्का चक्कर आना हम कमजोरी या नींद की कमी मान लेते हैं, लेकिन जिम के दौरान यह खतरनाक हो सकता है।

संकेत क्या हैं?

  • अचानक सिर हल्का महसूस होना
  • पसीने के साथ कमजोरी आना
  • संतुलन बिगड़ना

यह क्या दर्शाता है?

यह दिल और दिमाग तक कम खून पहुंचने का संकेत हो सकता है, जो हार्ट अटैक की शुरुआत है।

4. दर्द का सीने से हाथ, गर्दन या जबड़े तक फैलना

अगर जिम में कसरत करते वक्त दर्द सिर्फ सीने में न रहकर बाएं हाथ, गर्दन, पीठ या जबड़े तक फैल जाए, तो ये क्लासिक हार्ट अटैक का लक्षण है।

क्यों गंभीर है?

दिल की धमनी ब्लॉक हो चुकी होती है, और मसल्स में ऑक्सीजन न मिलने से ये दर्द फैलता है।

क्या करें?

  •  तुरंत कसरत बंद करें
  •  जिम स्टाफ को बताकर मेडिकल हेल्प लें
  •  डॉक्टर को दिखाना अनिवार्य है

5. बिना मेहनत किए अचानक ज्यादा पसीना आना

अगर आप वॉर्मअप या हल्की कसरत में ही पसीने से तर-बतर हो जाएं, तो ये शरीर के अंदरुनी असंतुलन का संकेत है।

ये क्यों होता है?

हार्ट अटैक आने से पहले शरीर अत्यधिक पसीना बहाकर खुद को ठंडा रखने की कोशिश करता है।

क्या करें?

  •  जिम छोड़कर बैठें
  • पानी पिएं और तुरंत मेडिकल जांच कराएं

हार्ट अटैक के संकेत दिखें तो तुरंत क्या करें? (First Aid Tips)

1. वर्कआउट तुरंत रोकें — हीरो बनने की जरूरत नहीं है, शरीर के संकेतों को समझें।

2. ट्रेनर को बताएं — जिम में फर्स्ट एड किट और इमरजेंसी सपोर्ट सिस्टम होता है।

3. आरामदायक स्थिति में बैठें — न लेटें, न दौड़ें; सीधे बैठकर लंबी सांस लें।

4. इमरजेंसी नंबर डायल करें — अगर लक्षण बने रहें, तो एंबुलेंस या डॉक्टर को तुरंत बुलाएं।

5. एंटी-प्लेटलेट दवा (जैसे Disprin) — डॉक्टर की सलाह पर सेवन करें (सिर्फ इमरजेंसी में)।

जिम में हार्ट अटैक से कैसे बचें? (Prevention Tips)

1. वॉर्मअप जरूर करें

सीधे हैवी वेट न उठाएं। 10 मिनट हल्की कार्डियो से शुरुआत करें।

2. पानी पीते रहें

डिहाइड्रेशन से हार्ट पर तनाव बढ़ता है। हर 15-20 मिनट पर पानी पिएं।

3. ओवरएक्सरसाइज से बचें

बॉडी को उसकी लिमिट से ज्यादा न धकेलें। ट्रेनर से सही गाइडेंस लें।

4. हेल्थ चेकअप कराएं

  •  साल में एक बार ECG और स्ट्रेस टेस्ट कराएं
  • पहले से हार्ट डिजीज है तो कार्डियोलॉजिस्ट की सलाह लेकर ही जिम ज्वॉइन करें

5. लाइफस्टाइल सुधारें

  •  स्मोकिंग-एल्कोहल से बचें
  •  बैलेंस्ड डाइट लें
  •  भरपूर नींद लें
  •  स्ट्रेस कम करें

किन लोगों को जिम में ज्यादा सतर्क रहना चाहिए?

  •  40+ उम्र के व्यक्ति
  • जिनके परिवार में हार्ट डिजीज का इतिहास है
  • हाई बीपी, शुगर, कोलेस्ट्रॉल वाले
  •  मोटापा या सिडेंटरी लाइफस्टाइल वाले

जिम में वर्कआउट करना अच्छी बात है, लेकिन अपने शरीर के छोटे-छोटे संकेतों को समझना उससे भी ज्यादा जरूरी है। अगर समय रहते चेत गए तो बड़ी अनहोनी से बच सकते हैं। याद रखें – फिटनेस की दौड़ में अपनी जान को जोखिम में न डालें। सही गाइडेंस, संतुलित कसरत और समय पर मेडिकल चेकअप से हार्ट अटैक जैसी घटनाएं रोकी जा सकती हैं।

Stay Fit. Stay Safe.

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