आईपीएल 2025 के 61वें मुकाबले में लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) और सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) आमने-सामने हुए। इस मैच में एक नया नाम चर्चा में आया—हर्ष दुबे। रणजी ट्रॉफी 2024-25 में 69 विकेट लेकर रिकॉर्ड बनाने वाले इस युवा गेंदबाज ने अपनी पहली ही आईपीएल उपस्थिति में प्रभावशाली प्रदर्शन किया और मिचेल मार्श जैसे अनुभवी बल्लेबाज को आउट किया।
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| हर्ष दुबे |
हर्ष दुबे, जिनका जन्म 23 जुलाई 2002 को पुणे, महाराष्ट्र में हुआ, एक बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर और ऑलराउंडर हैं। उन्होंने विदर्भ के लिए घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। रणजी ट्रॉफी 2024-25 में उन्होंने 10 मैचों में 69 विकेट लेकर नया रिकॉर्ड स्थापित किया, जिससे विदर्भ तीसरी बार रणजी चैंपियन बना।
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आईपीएल में पदार्पण
सनराइजर्स हैदराबाद ने हर्ष दुबे को स्मरण रविचंद्रन के स्थान पर टीम में शामिल किया। अपने पहले ही मैच में, उन्होंने मिचेल मार्श को आउट करके अपनी क्षमता का परिचय दिया। उनकी गेंदबाजी में विविधता और नियंत्रण ने उन्हें एक प्रभावशाली गेंदबाज के रूप में प्रस्तुत किया।
रणजी ट्रॉफी में प्रदर्शन
रणजी ट्रॉफी 2024-25 में हर्ष दुबे ने 2.66 की इकॉनमी रेट से 69 विकेट लिए, जिसमें 7 बार पांच विकेट और 2 बार दस विकेट शामिल हैं। उनके इस प्रदर्शन ने उन्हें घरेलू क्रिकेट में एक प्रमुख गेंदबाज के रूप में स्थापित किया।
आईपीएल 2025: SRH बनाम LSG मुकाबला
इस मैच में SRH पहले ही प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी थी, जबकि LSG के लिए यह मुकाबला महत्वपूर्ण था। हर्ष दुबे ने मिचेल मार्श को आउट करके SRH के लिए एक महत्वपूर्ण विकेट लिया। उनकी गेंदबाजी ने LSG की बल्लेबाजी को दबाव में डाला।
भविष्य की संभावनाएं
हर्ष दुबे का प्रदर्शन उन्हें भारतीय क्रिकेट के भविष्य के सितारों में शामिल करता है। उनकी गेंदबाजी में विविधता, नियंत्रण और मानसिक मजबूती उन्हें एक सफल अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बना सकती है।
हर्ष दुबे ने अपने पहले ही आईपीएल मैच में मिचेल मार्श जैसे बल्लेबाज को आउट करके अपनी क्षमता का परिचय दिया। रणजी ट्रॉफी में उनके रिकॉर्ड और आईपीएल में उनके प्रदर्शन को देखते हुए, वह भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन सकते हैं।
हर्ष दुबे का सफर एक प्रेरणादायक कहानी है, जो युवा खिलाड़ियों को अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करता है। हर्ष दुबे भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे हैं, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर अपनी पहचान बनाई है। उनकी सफलता के पीछे उनके परिवार का समर्पण और त्याग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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| हर्ष दुबे का परिवार |
हर्ष दुबे का जन्म 23 जुलाई 2002 को पुणे, महाराष्ट्र में हुआ। उनके पिता, सुरेंद्र दुबे, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में कार्यरत थे, जिसके कारण परिवार को विभिन्न स्थानों पर स्थानांतरित होना पड़ता था। 2010 में, हर्ष के क्रिकेट करियर को ध्यान में रखते हुए, परिवार नागपुर में स्थायी रूप से बस गया। सुरेंद्र दुबे ने अपने बेटे के क्रिकेट प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली, जबकि उनकी मां, ज्योति तिवारी दुबे, जो एक शिक्षिका थीं, ने भी अपनी नौकरी छोड़ दी ताकि हर्ष को पूर्ण समर्थन मिल सके।
शिक्षा और प्रारंभिक क्रिकेट प्रशिक्षण
हर्ष ने नागपुर के वायुसेना नगर स्थित केंद्रीय विद्यालय से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। एक बार, चौथी कक्षा के दौरान, वह अपने पिता के साथ स्कूल की किताबें खरीदने जा रहे थे, जब वे गलती से एक क्रिकेट अकादमी पहुंच गए। वहां बच्चों को अभ्यास करते देख हर्ष ने क्रिकेट में रुचि दिखाई, और यहीं से उनके क्रिकेट करियर की शुरुआत हुई।
हर्ष ने नागपुर के रूबी स्पोर्टिंग क्लब में कोच दिलीप दास के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण प्राप्त किया। उनकी बाएं हाथ की ऑर्थोडॉक्स स्पिन गेंदबाजी ने जल्द ही चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया।
क्रिकेट करियर
हर्ष ने 2021 में विजय हजारे ट्रॉफी में विदर्भ के लिए लिस्ट ए क्रिकेट में पदार्पण किया। उसी वर्ष, उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में टी20 डेब्यू किया।
2024-25 रणजी ट्रॉफी सीजन में, हर्ष ने 69 विकेट लेकर एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया, जिससे विदर्भ को खिताब जीतने में मदद मिली। उन्होंने इस सीजन में 476 रन भी बनाए, जिससे उन्हें 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' का पुरस्कार मिला।
हर्ष ने चेन्नई की लीग क्रिकेट में भी हिस्सा लिया, जहां उन्होंने मायलापुर रिक्रिएशनल क्लब के लिए खेला और भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के मार्गदर्शन में अपने कौशल को निखारा।
हर्ष दुबे की सफलता उनके परिवार के समर्थन और उनके स्वयं के समर्पण का परिणाम है। उनकी कहानी उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणास्पद है जो सीमित संसाधनों के बावजूद अपने सपनों को साकार करने का प्रयास कर रहे हैं।
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