कौन हैं ज्योति मल्होत्रा? यूट्यूब पर बनीं थीं सेंसेशन
ज्योति मल्होत्रा एक लोकप्रिय यूट्यूबर और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हैं, जो समाजिक मुद्दों पर बेबाकी से बोलती रही हैं। उनकी वीडियोस को लाखों लोग देखते हैं। लेकिन अब वह एक बड़े विवाद के केंद्र में हैं, जो सीधे पाकिस्तान से जुड़ा है।
पाकिस्तान का डिजिटल षड्यंत्र: कैसे काम करता है ये जाल?
इस खुलासे से पहले तक बहुत कम लोगों को पता था कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां सोशल मीडिया पर भी ऐसे जाल बिछा रही हैं, जिसमें भारतीय नागरिकों को फंसाया जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, दानिश नाम के एक व्यक्ति ने दो दर्जन भारतीय नागरिकों से संपर्क किया जो पाकिस्तान का वीजा लेने की कोशिश कर रहे थे। उसी दौरान ज्योति भी निशाने पर आईं।
ज्योति मल्होत्रा कैसे फंसी? क्या थी साजिश की स्क्रिप्ट?
खबरों के अनुसार, दानिश ने खुद को एक मीडिया प्रोफेशनल बताकर ज्योति से संपर्क किया। उसे पाकिस्तान में यूट्यूब शोज़ और इंटरव्यू की पेशकश की गई। पाकिस्तान में शूटिंग का सपना दिखाकर वीजा के लिए दस्तावेज़ मंगवाए गए। यहीं से शुरू हुआ असली जाल।
कौन है दानिश? भारत में कितनों को बनाया शिकार?
दानिश एक भारतीय नागरिक बताया जा रहा है जो कथित रूप से ISI से जुड़े नेटवर्क के लिए काम कर रहा था। उसकी लिस्ट में केवल ज्योति नहीं थीं, बल्कि लगभग 24 और लोग भी थे, जो पाकिस्तान वीजा के आवेदन के जरिये फंसाए जा रहे थे।
सुरक्षा एजेंसियों का बड़ा खुलासा, अब क्या है अगला कदम?
जब भारतीय खुफिया एजेंसियों को इस नेटवर्क की भनक लगी तो तुरंत कार्रवाई की गई। सोशल मीडिया अकाउंट्स, मेल्स और कॉल रिकॉर्ड्स की जांच शुरू हुई। ज्योति मल्होत्रा से भी पूछताछ हुई, जिसमें उन्होंने खुद को निर्दोष बताया। एजेंसियों का मानना है कि यह एक बड़ा डिजिटल स्पाय रैकेट है।
सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स के लिए सबक: ऐसे जाल से बचें
इस केस से यह साफ हो गया है कि यूट्यूबर या डिजिटल क्रिएटर्स को बहुत सतर्क रहना चाहिए। कोई भी विदेशी ऑफर आने पर उसकी पूरी जांच होनी चाहिए। खासकर जब बात पाकिस्तान जैसे संवेदनशील देश की हो।
जनता की प्रतिक्रिया: ज्योति के फैंस भी हुए हैरान
जैसे ही ये खबर वायरल हुई, सोशल मीडिया पर भूचाल आ गया। ज्योति मल्होत्रा के फैंस को यकीन ही नहीं हुआ कि उनकी पसंदीदा यूट्यूबर को ऐसे किसी केस में फंसाया जा सकता है। कई लोगों ने उनके समर्थन में ट्वीट किए तो कुछ ने सवाल भी उठाए।
क्या ज्योति बेगुनाह हैं? या सच कुछ और है?
फिलहाल ज्योति मल्होत्रा की भूमिका संदिग्ध नहीं मानी गई है। वह खुद इस पूरे मामले को एक बड़ी साजिश बता रही हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि उन्हें जानबूझकर फंसाया गया। अब पूरी जिम्मेदारी जांच एजेंसियों पर है जो तय करेंगी कि कौन दोषी है और कौन नहीं।
इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि डिजिटल दुनिया में जरा सी चूक भी भारी पड़ सकती है। भारत जैसे देश में जहां राष्ट्र सुरक्षा सर्वोपरि है, वहां सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले लोगों को ज्यादा सतर्क रहना चाहिए। ज्योति मल्होत्रा का केस एक चेतावनी है—न केवल यूट्यूबर्स के लिए, बल्कि आम नागरिकों के लिए भी।
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